लोकतंत्र के लिए सवाल बना सुगनू गांव
विष्णु राजगढ़िया
रांची: कांके प्रखंड के सुगनू गांव ने आज मतदान का बहिष्कार करके लोकतंत्र के सामने चुनौती खड़ी कर दी है. सैनिक छावनी के लिए आसपास की जमीनों का अधिग्रहण होने के बाद सुगनू गांव तक पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं है. चालीस साल से गांव के लोग इसके लिए आवाज उठा रहे हैं. उन्हें सैनिक छावनी के अंदर से गुजरने के दौरान सैनिकों द्वारा शारीरिक और मानसिक यातना का शिकार होना पड़ता है. इस बार ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार की घोषणा करते हुए कल गांव में पोलिंग पार्टी को घुसने से रोका . इस क्रम में पुलिस ने लाठी और ग¨लियां चलायी जिसमें तीन ग्रामीणों को गोलियां लगीं
नई दुनिया, 24 अप्रैल 2009
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