सोमवार, 3 अगस्त 2009

नेता-अफसर-व्यवसायी व बिचौलिया गठजोड़ का नमूना है चारा घोटाला
राणा को सजा से राजद का संकट बढ़ा
विष्णु राजगढ़िया
रांची : देश का सबसे बड़ा चारा घोटाला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। रांची में सीबीआइ विशेष अदालत ने 14 लोगों को सजा सुनायी है। इनमें राजनेता, अधिकारी, व्यवसायी और बिचौलिये शामिल हैं। इस फैसले ने पिछले दो दशकों में विकास राशि की लूट में इस चौकड़ी की भूमिका को उजागर कर दिया है।
पंद्रह साल पहले बिहार में 950 करोड़ का यह घोटाला पकड़ में आया था। इस मामले की जांच कर रही सीबीआइ के आरोपपत्रों, गवाहों के बयानों एवं अदालत के आदेशों से यह बात स्पष्ट तौर पर सामने आयी है कि पशुपालन विभाग के कतिपय अधिकारियों ने कुछ आपूर्तिकर्ताओं के साथ गंठजोड़ करके लंबे अरसे तक बेजुबान पशुओं के हक पर डाका डाला।
इसमें कुछ बिचौलियों की अहम भूमिका रही जिन्होंने घोटालेबाजों को राजनीतिक संरक्षण दिलाकर घोटाले का आकार और विस्तार बढ़ा दिया। यहां तक कि डॉ आरके राणा जैसे बड़े बिचौलिये बाद में खुद राजनेता बन बैठे। चारा घोटाले की मेहरबानी से लालू प्रसाद ने उन्हें पहले विधायक, फिर सांसद बनने का नायाब अवसर दिया।
दूसरी ओर, लालू यादव के खास करीबी एवं राजद के पूर्व सांसद डॉ आरके राणा को दोषी करार दिये जाने के साथ ही राजद का संकट बढ़ गया है। इसका गहरा असर झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों पर पड़ने की संभावना जतायी जा रही है। झारखंड में कांग्रेस, झामुमो और वाम दलों ने पहले ही राजद को अलग-थलग कर रखा है। हाल के दिनों में झाविमो ने राजद की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। लेकिन पशुपालन घोटाला एक बार फिर चर्चा में आ जाने तथा लालू-जगन्न्ाथ से जुड़े तीन मामलों में गवाही तेज हो जाने के कारण राजद को राजनीतिक अलगाव के खतरे से जूझना पड़ सकता है।
पहली बार किसी राजनेता को पशुपालन घोटाले में दोषी करार दिये जाने के बाद लालू यादव और डॉ जगन्न्ाथ मिश्र के राजनीतिक भविष्य को लेकर आकलन किये जा रहे हैं।
भारत के सबसे बड़े पशुपालन घोटाले के 32 मामलों में 740 अभियुक्तों को सजा सुनायी जा चुकी है। लालू यादव एवं जगन्न्ाथ मिश्र से जुड़े पांच मामलों की सीबीआइ अदालत में सुनवाई चल रही है। इन पर पशुपालन अधिकारियों एवं आपूर्तिकर्त्ताओं के साथ मिलीभगत करके दुमका, देवघर, चाइबासा एवं डोरंडा स्थित कोषागारों से लगभग 250 करोड़ रुपयों की अवैध निकासी का आरोप है।
फिलहाल डॉ राणा को सजा सुनाये जाने के साथ ही सबकी नजर लालू-जगन्न्ाथ से जुड़े पांचों मामलों पर है। इनमें से किसी एक मामले पर भी सजा सुनाये के साथ ही राजद का राजनीतिक संकट काफी गहरा हो जायेगा। इस आशंका ने झारखंड राजद के नेताओं और विधायकों को चिंता में डाल दिया है। हालांकि इस मामले पर टिप्पणी करने से सब बच रहे हैं।
Fodder Scam / Vishnu Rajgadia / Nai Dunia / 03-08-2009

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें